UP Budget 2021: महिलाओं व बेटियों के चौमुखी विकास पर केन्द्रित है यूपी का 5वां बजट
लखनऊ| यूपी के समग्र विकास की झलक लिए उत्तर प्रदेश सरकार का ऐतिहासिक पेपरलेस बजट सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया। वित्तीय वर्ष साल 2021-2022 के बजट ने आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए ढेर सारी सौगातें दी हैं।
प्रदेश में महिलाओं व बेटियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार के बजट में महिलाओं के उत्थान के लिए कई स्वर्णिम घोषणाएं की गई। जिससे प्रदेश की महिलाओं व बेटियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। बेटियों व महिलाओं के चौमुखी विकास के लिए उनकी सुरक्षा, शिक्षा, स्वावलंबन, सम्मान, सेहत को केन्द्रित करते हुए योगी सरकार के इस वित्तीय वर्ष बजट से आधी आबादी को प्रोत्साहन मिलेगा और उनके कदम सर्वोत्तम उत्तर प्रदेश के साथ कदमताल करते नजर आएंगें।
‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला’ योजना को और भी मजबूती देते हुए प्रदेश सरकार ने इसके तहत प्रदेश की सभी पात्र बेटियों को टैबलेट उपलब्ध कराने के लिए 1200 करोड़ रुपए की राशि की बजट में व्यवस्था की है। प्रदेश की महिलाओं व बच्चों को कुपोषण का शिकार न होना पड़े इसके लिए ‘मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण’ योजना की शुरूआत वित्तीय वर्ष से की जाएगी। जिसके तहत 100 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए 4094 करोड़ रुपए व राष्ट्रीय पोषण अभियान के लिए 415 करोड़ रुपए की राशि की व्यवस्था बजट में की गई है।
‘महिला सामर्थ्य योजना’ से समर्थ बनेंगी प्रदेश की महिलाएं
प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक नई योजना को शुरू करने की घोषणा बजट में की गई। प्रदेश की महिलाओं व बेटियों को सौगात देते हुए ‘महिला सामर्थ्य योजना’ के नाम से एक नई योजना की शुरूआत प्रदेश में की जाएगी। इस योजना के लिए 200 करोड़ रुपए की राशि बजट में प्रस्तावित की गई है। इसके साथ ही प्रदेश में महिला शक्ति केन्द्रों की स्थापना के लिए 32 करोड़ रुपए की व्यवस्था बजट में की गई है। जिससे प्रदेश की महिलाएं व बेटियां सशक्त व निर्भिक बन सकें।
बजट पर महिला शक्तियों की प्रतिक्रिया
रेणुका टंडन ( पूर्व अध्यक्ष फिक्की फ्लो लखनऊ एवं कानपुर चैप्टर)
महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से इस बजट में काफी संभावनाएं हैं जिसमें विशेषकर महिला सामर्थ्य योजना से ग्रामीण अंचलों में रहने वाली महिलाएं विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगी।
आरुषि टंडन (सीनियर वाइस प्रेसिडेंट फिक्की फ्लो) लखनऊ
महिला शक्ति केंद्रों की स्थापना और मिशन शक्ति द्वारा चलाए जा रहे अभियान से महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में कमी आएगी महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए महिला हेल्प डेस्क की स्थापना कारगर सिद्ध हो सकती है।
डॉ अनीता मिश्रा ( समाज शास्त्री)
महिला सशक्तिकरण हेतु राज्य सरकार के बजट में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना मील का पत्थर साबित होगी और यह सामाजिक संरचना के ताने-बाने पर स्थाई प्रभाव डालने में कारगर होगी।
पूजा गर्ग (अध्यक्ष फिक्की फ्लो लखनऊ चैप्टर)
वर्तमान बजट में मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के क्रियान्वयन से महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की समस्या में कमी आएगी और पुष्टाहार कार्यक्रम इस योजना को और बल देगा।