राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, बोले- पेट्रोल-डीजल कुछ पैसे सस्ता हुआ, इस धनराशि का आप क्या करेंगे?
Vidya Gyan Desk: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price) के दाम कम किए जाने को लेकर मोदी सरकार (Modi Govt) पर कटाक्ष किया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि चुनाव के चलते केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल को 17-18 पैसे सस्ता किया है।
कांग्रेस नेता (Rahul Gandhi) ने इसे ‘बीजेपी की ईंधन की लूट’ (Fuel Loot By BJP) बताते हुए जनता से पूछा कि ‘बचत की इस धनराशि से आप क्या-क्या करेंगे?’ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Govt) पर ऐसा ही आरोप, महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (Shivsena) ने भी लगाया था।
24 और 25 मार्च को तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol Diesel Price) में कटौती कर दी थी। इससे राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया और डीजल का भाव 37 पैसे प्रति लीटर घट गया। ऐसी आशंका है कि स्वेज नहर में जाम लगने से तेल की सप्लाई पर असर पड़ सकता है।
चुनाव के कारण केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल 17/18 पैसे प्रति लीटर सस्ता किया है।
बचत की इस धनराशि से आप क्या-क्या करेंगे? #FuelLootByBJP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 28, 2021
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बिना क्रमश: 90.78 रुपये, 90.98 रुपये, 97.19 रुपये और 92.77 रुपये प्रति लीटर पर बने हुए हैं। डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 81.10 रुपये, 83.98 रुपये, 88.20 रुपये और 86.10 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर हैं।
शिवसेना ने कहा, चुनाव में नुकसान न हो इसलिए घटाए दाम
शुक्रवार को शिवसेना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने शायद पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तेल के दाम कम किए हैं, ताकी ईंधन की बढ़ती कीमतों का खामियाजा भाजपा को ना उठाना पड़े।
शिवसेना ने आरोप लगाया, “अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों के कम होने के कारण देश में तेल के दाम कम हुए है। या शायद केंद्रने तेल की कीमत, इसलिए कम की है ताकि भाजपा को असम और पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में तेल की बढ़ती कीमतों का खामियाजा ना उठाना पड़े।”
पार्टी ने कहा, “तो बात यह है कि, कीमत में कटौती का कारण अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट है और इस समय देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। यकीनन हमें, आम लोगों को नहीं भूलना चाहिए, इसका हिसाब फिर कभी बराबर किया जाएगा।” पश्चिम बंगाल और असम के अलावा केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।